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दिल के चंद एहसास


दूर नजर आती, मंजिल मिलते-मिलते
पार कर लेते सफर, तन्हा गिरते-गिरते।।
ओ उतरे दिल में इस कदर, बहारें खिल उठी
मगर वीरान कर दिया मधुवन, फूल खिलते-खिलते।।




----विचार एवं शब्द-सृजन----
----By---
----Shashank मणि Yadava’सनम’----
---स्वलिखित एवं मौलिक रचना---

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5 Comments

Zakirhusain Abbas Chougule

29-Nov-2022 09:22 PM

Nice

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Gunjan Kamal

02-Nov-2022 03:49 PM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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Muskan khan

01-Nov-2022 03:51 PM

Well done ✅

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